परेशान ना हो
रात तो होनी ही हैं, परेशान मत हो काँटों को देखके हैरान मत हो रात न होती तो दिया ना जलता काँटे न होते तो फूल ना खिलता दुःख समझकर मत गवां इस पल को यही तो जीवन का एहसास हैं असफलता तो...
मेरी डीठ से दुनिया.... और फाम में बसा अतीत...... (डीठ-दृष्टि फाम-याद)