जलजला
अजब जलजला ले आता है, वो शख्स! जब कहीं चले जाने को होता है। धाराएँ कहीं दूर छिटकती है, लहरें किनारों में ठहरने को होती है, आंधियां झोपड़ी छीनने को आती है, तूफ़ां आपे में न...
मेरी डीठ से दुनिया.... और फाम में बसा अतीत...... (डीठ-दृष्टि फाम-याद)