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रीस

कबै निस्पात ए जां, त चोकरैण ए जां कबै, नॉर्मली शांत चित्त भ्यूं, पर देर-सबेर रीस ले ए जां कबै। काम खूब मन लगैक करणु, पर आदिमय त भ्यूं, पैनी ले जां कबै। आराम पसन्द आदिम भ्यूं, भरी नींद मे, अद्धि रात मे, कोई फोन जे करौ,  खुंचुरैण ए जां कबै, कबै निस्पात ए जां, त चोकरैण ए जां कबै।।