Posts

Showing posts from March, 2024
जा चमक कि रोशनी से गुलजार हो जहाँ, ये देश है मेरा, हाँ देश है मेरा  धुप अँधेरा है चहुं ओर यहाँ। बदरा बिन बारिश के घूम-घूम वापस होरे हैं, पीतल, सोना और सोना, पीतल हैं यहाँ