जा चमक कि रोशनी से गुलजार हो जहाँ,
ये देश है मेरा, हाँ देश है मेरा 
धुप अँधेरा है चहुं ओर यहाँ।
बदरा बिन बारिश के घूम-घूम वापस होरे हैं,
पीतल, सोना और सोना, पीतल हैं यहाँ



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