एक फासला और सही..
कि मीलों के सफर तय किये हैं तूने, एक फासला और सही.. जरा सी तब्दीली चाहिए तेरे हाल में, कि परिवर्तन आएगा जरूर, एक हौसला और सही। ...
मेरी डीठ से दुनिया.... और फाम में बसा अतीत...... (डीठ-दृष्टि फाम-याद)