तेरा साथ भी गजब है
तेरा न मिलकर भी बिछड़ना, साथ चलकर भी दूर छिटकना, कशमकश लिए भागना, अतीत को लेकर बुदबुदाना, प्यार से कहकहाना, बिन बात के बतियाना, न होते हुए भी साथ हूँ कह देना, ऐसे ही झूठ-मूठ का खिश...
मेरी डीठ से दुनिया.... और फाम में बसा अतीत...... (डीठ-दृष्टि फाम-याद)