कौंला रस्ता
कौंली उमर, कौंला प्रेम, कौंला-कौंला रस्ता ठैरा, नीली कमीज, खाकी पेंट, एक कांधे में बस्ता ठैरा, फौजी बनूँल, ब्याह करूँल, सपना उसका सस्ता ठैरा। ऊँचे-ऊँचे पहाड़ ठैरे, हाल पर खस्ता ठैरा। कौंली उमर, कौंला प्रेम, कौंला-कौंला रस्ता ठैरा।
मेरी डीठ से दुनिया.... और फाम में बसा अतीत...... (डीठ-दृष्टि फाम-याद)