करनी पड़ती है जल से गहरी दोस्ती,
आसाँ नहीं सफर-ए-सैल।
           सब कुछ नजर भर से है यहाँ,
परिधान हो बेशमीमती पहने,
या फिर 
हो मन का मैल।।


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