उजला सा है


    ये श्वेत कुछ जला सा है,
ठहराव देखिए उसकी लगता है,
 वो शख्स दूर तक चला सा है,
देख रहा हूँ ये मद्धम अंधियारा,
ये अंधियारा कुछ उजला सा है,
    ये श्वेत कुछ जला सा है।


    वो गाँव से आया था, गाँव को सीने में लेकर
कुछ अजीब नजरों से देखता है, वो शहर में आकर
  जान लो ये शख्स नया नहीं है बस अनेला सा है
           ये श्वेत कुछ जला सा है।

    मेरे किरदार में हँसे जा रहे है इस कदर,
 मेरा लिहाफ जैसे चलता फिरता चुटकुला सा है
           ये श्वेत कुछ जला सा है,
      ये अंधियारा कुछ उजला सा है।




*अनेला - यह शब्द कुमाउनी में ऐसे गाय/बछड़े के लिए प्रयुक्त होता है जो पहली बार गौशाला से बाहर निकला हो, आम तौर पर जीवन भर बंधे रहने के कारण उसके लिए बाहर निकलना और चलना भी अजीब सा अनुभव होता है। ऐसे ही व्यक्ति जब शहर की भीड़ में अचानक गाँव से आकर शामिल होता है तो कुछ ऐसा ही व्यवहार करता है।

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