छवि

सोचता हूँ कैसी होगी...

मेरे हिस्से की छवि.?
क्या तुमसी होगी...

सोचता हूं होगा मुझसा फिकर मंद, खौफ़जदा...
या फिर बेफिकर लिखने वाली कलम की तरह.?

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