1. केवल रंगों की फुलवारी नहीं, मेरे सुकूँ का सेरा है।
सच है! बेशक मैं, तेरा नहीं, पर तू तो मेरा है।





2. तुम से अच्छा है तुम्हारा दायरा यकीनन,
शायर तो आते-जाते रहेंगे, 
पर! 
बेहतरीन होगा मुशायरा यकीनन।।

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