अतीत तो अतीत है
अतीत तो अतीत है,
फिर से जुड़ना,
फिर से जूझना,
फिर से लड़ना,
फिर से चलना,
फिर से दौड़ना,
यही तो रीत है,
अतीत तो अतीत है।
न छुटेगा,
न भूलेगा,
न टूटेगा,
न संभलेगा,
ये तो गीत है,
अतीत तो अतीत है।
आ जायेगा बीता कल,
कभी स्वप्न में,
कभी ख़्वाब में,
कभी बीच राह में,
कभी अकेले में,
कभी भीड़ में,
ये तो उसका प्रीत है,
अतीत तो अतीत है।
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