ए चल कि नया साल मनाएं
खुशियों की और चले दुःख की यादों को जलाएं ए चल कि नया साल मनाएं सफर-ए-नए साल चलें बुराई की होली जलाएं ए चल कि नया साल मनाएं दिन गए साल गए दोस्त आये दोस्त गए ए चल कि नए दोस्त बनाएं ...
मेरी डीठ से दुनिया.... और फाम में बसा अतीत...... (डीठ-दृष्टि फाम-याद)